भारत के केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्त वर्ष 2015-16 का आम बजट लोकसभा में पेश कर दिया।
संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वित्तमंत्री ने लोकसभा में अपने बजट भाषण के प्रारंभ में कहा कि उनकी सरकार द्वारा उठाए गए सुधारवादी कदमों के कारण देश की साख दोबारा मजबूत होने से आज अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसे आर्थिक परिवेश में यह आम बजट पेश कर रहा हूं जो पिछले समय की तुलना में अधिक सकारात्मक है। अरुण जेटली ने कहा कि विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं मुश्किलों का सामना कर रही हैं किन्तु भारत उच्च विकास के मार्ग पर अग्रसर रहा है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2014-15 में वास्तविक जीडीपी विकास दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इससे भारत को विश्व की तेजी से बढ़ रही बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में मदद मिलेगी।
भारतीय वित्तमंत्री ने कहा कि हमें बर्बादी और निराशा विरासत में मिली है और हमने उचित कदमों के द्वारा इससे उबरने में एक लंबा रास्ता तय किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा उद्देश्य जीवन की गुणवत्ता में सुधार और देश के आम आदमी तक सुविधाएं पहुंचाना है। उनका कहना था कि हमारा उद्देश्य महंगाई को नियंत्रित करना है और इस वर्ष के अंत तक महंगाई दर केवल पांच प्रतिशत रहेगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि किसानों को ऋण के रूप में लगभग 8.5 लाख करोड़ रुपये मुहैया कराए जाएंगे। इसके साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए 5,300 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। (AK)